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भ्रष्टाचार और अन्याय के ख़िलाफ़ अन्नाजी की लढ़ाई को समर्थन देते हुए SEBI जैसी संस्थाओ में चल रहे भ्रष्टाचार के वजह से पीड़ित PACL निवेशको की ओर से जनलोक प्रतिष्ठान ने मज़बूत आवाज़ उठाईं. |  

नमस्ते साथियों !
कुछ दिन पहले तक माननीय सुप्रीम कोर्ट की लिस्टिंग में पी.ए.सी एल संबंधित केस की तारीख़ २३ अप्रील २०१८ को दिख रही थीं लेकिन किसी कारणवश, २३ अप्रील की सुनवाई नहीं हुईं। अबतक अगली तारीख़ सुप्रीम कोर्ट की लिस्टिंग बोर्ड पर नहीं आयी हैं।
२६ फ़रवरी २०१८ के सेबि के अॉफिस पर जनलोक प्रतिष्ठाण द्वारा भारत के सभी पी.ए.सी एल निवेशकों की ओर से किए गए आंदोलन के बाद सुप्रीम कोर्ट की कोई तारीख़ नहीं हुई हैं। इस आंदोलन के दोरान पी.ए.सी एल निवेशकों की बड़ी ताकद देखकर सेबि, लोढ़ा कमिटी और सुप्रीम कोर्ट पर बहुत दबाव तयार हुआ हैं और इसी वजह से सुप्रीम कोर्ट में कुछ ग़लत नहीं होगा।
ऐसा अनुमान है कि, सुप्रीम कोर्ट की तारीख़ इसलिए नहीं हो रही है क्योंकि सेबि और लोढ़ा कमिटी के पास सुप्रीम कोर्ट में कोन्फिडेंटली बोलने के लिए कुछ नहीं हैं। पी.ए.सी एल निवेशक इतनी बड़ी संख्या में सेबि हेड अॉफिस पर खड़े हो सकते हैं तो कुछ भी कर सकते हैं। जो कुछ करना है अब उन्हें सोच- समझकर निवेशकों के हित में करना होगा।
मई महीने तक २५००/- के क्लैम शुरू होने कि आशा है और आगे के क्लैम के लिए हम सबको documents के साथ तयार रहना हैं।
हम २०१९ तक राह नहीं देखेंगे हमें चुनाव नहीं लढ़ना हैं, हमें २०१९ से पहले हमारे पैसे मिलने चाहिए। जो पी.ए.सी एल निवेशक सेबि की ऑनलाईन क्लैम भरने की प्रक्रिया पूरी नहीं सकते उनकी हमें मदत करनी हैं। जिनके २५००/- के क्लैम सबमिट नहीं हुए या कुछ कमियाँ रही थी या क्लैम सबमिट करते समय सेबि कि तरफ़ से कोई मेसेज आया हो तो ऐसे लोगों से निवेदन हैं कि, ऐसे सारे मेसेज जनलोक के नीचे दिए हुए email address पर अपने documents के साथ भेज दे ।
(janlokpratishtan581@gmail.com)
हम complaint की तोर पर सेबि के पास भेज देंगे।
इन कमियों को ध्यान में रखते हुए हम अगले क्लैम में इन कमियों को हटाकर ऑनलाईन प्रक्रिया सही ढंग से पूरी करेंगे।
धन्यवाद!
- सौ. सुनंदा कदम,
अध्यक्षा*,
जनलोक प्रतिष्ठाण।

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